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बता दें कि पाकिस्तान में इसी तरह के प्रदर्शन गिलगित-बाल्टिस्तान, बलूचिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में भी हो रहे हैं। बलूचिस्तान के समर्थन में तो विदेशों में भी प्रदर्शन हो रहे हैं और रैलियां निकाली जा रही है। रैली के दौरान ‘हम चाहते आजादी, बलूचिस्तान को आजाद करो, बलूचिस्तान जिंदाबाद और मोदी आगे बढ़ो’ जैसे नारे लगाए गए।
पाक अधिकृत कश्मीर और बलूचिस्तान में मानवाधिकार उल्लंघनों पर अमेरिका भी चिंता जता चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त को लालकिले से दिए भाषण में पीओके, गिलगित और बलूचिस्तान का जिक्र किया था। पीएम मोदी के बयान को कई बलूच नेताओं ने समर्थन दिया है। उनके समर्थन में शनिवार को जर्मनी में रैली निकाली गई। खबर है कि इसी तरह की एक रैली चीन दूतावास के सामने भी निकाली गई।