भोपाल। मप्र के बैतूल जिले में आमला तहसील स्थित एक मदरसे में बच्चों को भूखा रखा जाता है। छोटी छोटी गलतियों पर उन्हें जानवरों की तरह पीटा जाता है। यह खुलासा मदरसे के बच्चों ने ही किया है। वो मदरसा की प्रताड़ना से तंग आकर अपने घर भाग रहे थे, तभी रेलवे पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
जानकारी के मुताबिक, बैतूल आरपीएफ को आमला से चार बच्चों के मदरसे से भागने के बारे में सूचना मिली थी। इसके आधार पर आरपीएफ ने स्टेशन पर सर्चिंग शुरू की तो उन्हें चारों बच्चे उत्तरप्रदेश जाने वाली गोरखपुर एक्सप्रेस का इंतजार करते नजर आए। बच्चों को आरपीएफ अपने साथ ले आई और उन्हें चाइल्ड लाइन के सुपुर्द कर दिया। इस दौरान बच्चों ने अपने भागने की एक चौंकाने वाली वजह बताई।
उन्होंने बताया कि मदरसे में उन्हें पेटभर खाना तक नहीं दिया जाता और छोटी गलतियों पर भी उनकी बेरहमी से पिटाई होती है। इसलिए वो भागकर उत्तरप्रदेश में अपने गांव वापस जा रहे थे। फिलहाल चाइल्ड लाइन के माध्यम से बच्चों को एक आश्रम में भेज दिया गया है और इनके परिजनों को बुलाया जा रहा है। परिजनों के पहुंचे पर बच्चों को उन्हें सुपुर्द किया जाएगा। हालांकि अभी ये साफ नहीं हो सका है कि बच्चों के बयानों के आधार पर पुलिस मदरसा संचालकों के खिलाफ क्या कार्रवाई करेगी।