
नाकामियां छिपाने तिरंगा यात्रा
यहां खचाखच भरे कोठी मीनाबाजार मैदान में "सर्वजन हिताय, सर्वजन सुखाय" रैली में कश्मीर मुद्दे पर अपनी बात को सीधे न कहते हुए मायावती ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जो भाषण दिया था, उसके बाद लोगों का मानना है कि वह युद्ध भी छेड़ सकते हैं, क्योंकि वह सरकार की विफलताओं से जनता का ध्यान भटकाना चाहते हैं। इसीलिए भाजपा तिरंगा यात्रा निकाल रही है, जिससे लोग देशप्रेम की भावना में बहकर भाजपा की सरकार बनवा दें। केंद्र सरकार सरकारी नौकरियों में आरक्षण हटाने की बात कर रही है।
आरएसएस के लोग नकली दलित
भाजपा की धम्म चेतना यात्रा पर प्रहार करते हुए कहा कि संघ के कुछ लोग नकली दलित और बौद्ध बन गए। चुनाव से पहले मोदी ने कहा था कि केंद्र में सरकार बनने पर विदेशों से 15 दिन में कालाधन की वापसी होगी, जिसके बाद हर भारतीय के खाते में 15-15 लाख रुपये आ जाएंगे, उन्होंने लोगों से पूछा क्या आपके खाते में कोई पैसा आया। सरकार ने गरीबों के लिए सस्ते राशन और मकान का वादा किया था, लेकिन अभी तक किसी को नहीं मिला। लोगों से पूछा कि क्या मोदी वादे के अनुसार बिजली-पानी मुफ्त दे रहे हैं, तो जवाब ना में ही आया। मायावती पूरे भाषण में दयाशंकर सिंह प्रकरण पर सीधी टिप्पणी से बचती रहीं। फिर दोहराया कि प्रदेश में बसपा सरकार बनी तो भ्रष्टाचारी और गुंडे जेल में होंगे। कहा कि अल्पसंख्यक खुद को असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।