
बताया जा रहा है कि एक युवक किसी लड़की को लेकर भाग गया है। पीड़िता उसी युवक की बहन है। पुलिस युवक के ठिकाने का पता नहीं लगा पा रही थी अत: थाना प्रभारी ने युवक की नाबालिग बहन को थाने में पूछताछ के नाम पर बुलाया और फिर टॉर्चर किया। बीजेपी विधायक को तिरंगा यात्रा के दौरान इसकी जानकारी मिली तो वो थाने के सामने ही धरने पर बैठ गए।
कुलस्ते करीब दो घंटों तक अपने समर्थकों के साथ थाने के सामने धरने पर बैठे रहे। हंगामा बढ़ता देखकर एडिशनल एसपी ओंकार कलेश मौके पर पहुंचे। एसपी राहुल कुमार से फोन पर मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई के आश्वासन के बाद विधायक ने अपना धरना खत्म कर दिया।