राहुल शर्मा/हरदा। नर्मदापुरम संभाग के प्रभारी कमिश्नर एसबी सिंह ने कार्य में लापरवाही बरतने पर हरदा में पदस्थ डिप्टी कलेक्टर संजय उपाध्याय की एक वेतनवृद्दि रोकने के आदेश जारी किए थे लेकिन उन्होंने स्थापना शाखा के प्रभारी होने के नाते उन्होंने नियम विरुद्ध अपना इंक्रीमेंट खुद ही लगाकर फाइल वरिष्ठ अफसरों को बढ़ा दी।
नर्मदापुरम कमिश्नर ने 31 मार्च 2016 को कार्य में लापरवाही बरतने पर उपाध्याय की एक वेतन वृद्धि असंचयी प्रभाव से रोकने के आदेश जारी किए थे। यानी शासकीय कर्मचारियों का जुलाई से लगने वाले इंक्रीमेंट में उनका इंक्रीमेंट नहीं लगाया जाना था लेकिन उन्होंने दस्तावेजों में हेरफेर कर खुद का इंक्रीमेंट लगाकर फाइल आगे बढ़ा दी। उन्होंने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए खुद के खिलाफ कोई विभागीय जांच लंबित न होने का हवाला देते हुए अपने वेतन में 3 प्रतिशत का इंक्रीमेंट लगा लिया।
इसकी फाइल उन्होंने अपने विभाग के कर्मचारियों को 11 जुलाई 2016 को फॉरवर्ड भी कर दी। वर्तमान में उपाध्याय का मूल वेतन 19430 रुपए हैं, जिसमें 3 प्रतिशत इंक्रीमेंट यानी 750 रुपए की बढ़ोतरी का प्रस्ताव भेज दिया गया। वरिष्ठ अधिकारी ने भी इसे आगे फारवर्ड कर दिया।
सर्विस बुक में दर्ज किया जाए
उपायुक्त (राजस्व) नर्मदापुरम संभाग डॉ. वीरेंद्र सिंह रावत ने निर्देशित किया है कि उपाध्याय के ऊपर अधिरोपित दंडादेश की प्रविष्टि उनकी सेवा पुस्तिका में दर्ज की जाए। इसकी एक कॉपी आयुक्त कार्यालय को भेजी जाए। हालांकि इस आदेश में डिप्टी कलेक्टर के साथ-साथ हरदा जिले के 4 और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के नाम और उन पर पूर्व में की गई कार्रवाई को भी शामिल किया गया है।