
विद्युत उपभोक्ता महेंद्र कुशवाह ने अपनी समस्या फोरम के सामने रखी। समस्या का निराकरण व सूचना के अधिकार (आरटीआई) के तहत सही जानकारी नहीं देने पर फोरम अध्यक्ष श्री जैन ने कहा कि जब उपभोक्ता बिल के लिए बार-बार आवेदन कर रहा था तो उसके घर बिल क्यों नहीं भेज रहे? उन्होंने कहा कि इस मामले को वह ऑन रिकॉर्ड ले रहे हैं। जो भी जिम्मेदार होगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। क्योंकि उपभोक्ता परेशान हैं आैर न्याय के लिए अब फोरम में गुहार लगा रहे हैं।
उपभोक्ता शिकायत निवारण शिविर में फोरम के सामने अपना पक्ष रखते हुए गोल पहाड़िया क्षेत्र के उपभोक्ता महेंद्र कुशवाह ने कहा कि मार्च 2015 में बिजली कनेक्शन लिया था। तबसे उनके घर पर बिल नहीं भेजा जा रहा। पहले बिजली घर में आवेदन देकर बिल की जानकारी मांगी लेकिन किसी ने नहीं दी। इसके बाद आरटीआई के तहत आवेदन लगाकर बिल व रीडिंग की जानकारी हर माह की मांगी। साथ ही रीडिंग चार्ज पूछा था। जिस पर अफसरों ने कहा कि बिजली कंपनी के पोर्टल पर जानकारी उपलब्ध है आप निकाल लो। पोर्टल खोलकर देखा तो उसमें कुछ नहीं मिला। उपभोक्ता ने बताया कि आकलित खपत का बिल भेजने पर बिजली बिल 22 हजार रुपए हो गया है।