भोपाल। करीब 3 साल से सस्पेंड चल रहीं मप्र की दलित महिला आईएएस शशि कर्णावत की निलंबन अवधि 4 माह के लिए बढ़ा दी गई है। ना तो उनकी सेवाएं समाप्त की जा रहीं हैं और ना ही उन्हे बहाल किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बार उनकी बहाली होने ही वाली थी कि उन्होंने आईएएस रमेश थेटे के विवाद में टांग अड़ा दी।
12 अगस्त 2016 को उनकी अवधि समाप्त होने वाली थी। कर्णावत को उम्मीद थी कि उनकी बहाली के आदेश जारी हो जाएंगे। पिछले दिनों सीएम शिवराज सिंह ने उन्हें मिलने भी बुलाया था परंतु बहाली के ऐन 1 दिन पहले उनकी निलंबन अवधि बढ़ा दी गई।
दलित राजनीति के कारण नाराज
बताया जा रहा है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान शशि कर्णावत एवं रमेश थेटे की दलित राजनीति के कारण नाराज हैं। दोनों आईएएस अधिकारी सरकार के खिलाफ कभी भी मोर्चा खोल लेते हैं। चूंकि मीडिया में दोनों अधिकारियों को तवज्जो मिल जाती है अत: वो किसी भी समय सरकार के लिए सिरदर्द बन जाते हैं। बस इसी राजनीति से शिवराज सिंह नाराज हैं। शशि कर्णावत का कहना है कि वो 14 अगस्त के बाद अपने अगले कदम का खुलासा करेंगे। देखते हैं इस मामले में आगे क्या होता है।