नई दिल्ली। सेंट्रल आईएएस आफिसर्स एसोसिएशन ने गुजारिश की है कि सरकार भ्रष्ट अधिकारियों को तो सजा दे, लेकिन ईमानदार अफसरों की हिफाजत करे। उसने अपनी इस मांग को लेकर जल्द ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने का फैसला किया है। एसोसिएशन के अवैतनिक सचिव संजय भूसरेड्डी ने रविवार को कहा कि ईमानदार अधिकारियों को सेवा काल के दौरान अथवा रिटायरमेंट के बाद जांच एजेंसियों द्वारा परेशान नहीं किया जाना चाहिए।
उनका कहना था कि अगर ईमानदार अफसरों का उत्पीड़न किया गया तो इससे नौकरशाही हतोत्साहित हो जाएगी। यह देश हित में नहीं होगा। बकौल संजय भूसरेड्डी, "अगर देश सुशासन चाहता है तो ईमानदार अफसरों अफसरों की हिफाजत किया जाना सुनिश्चित होना चाहिए। उन्हें अनावश्यक परेशान नहीं किया जाना चाहिए।" उनके अनुसार, अगर कोई अधिकारी जनहित में फैसला लेता है तो इस कारण उसे किसी किस्म से प्रताड़ित होने से बचाना चाहिए। यह भी तय होना चाहिए कि अगर निर्णय लेने में कहीं चूक हो जाए तो उसे आपराधिक नजरिये से नहीं देखा जाना चाहिए।
केंद्र सरकार में संयुक्त सचिव स्तर के अधिकारी भूसरेड्डी ने कहा, "हम सरकार से आग्रह करना चाहते हैं कि अगर कोई अधिकारी भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसे फांसी दे दी जाए। उम्रकैद की सजा सुना दी जाए।" उन्होंने कोयला घोटाले में फंसे पूर्व सचिव एचसी गुप्ता का बचाव किया। कहा कि जहां तक एचसी गुप्ता का मामला है तो उनकी गिनती एक बेहद ईमानदार और कर्मठ आईएएस अफसरों में की जाती है। ध्यान रहे कि देश भर में कार्यरत 4,926 आईएएस अधिकारी इस एसोसिएशन के सदस्य हैं।