नईदिल्ली। पहले भाजपा में संघ का दखल हुआ करता था परंतु अब संघ में भाजपा का दखल बढ़ गया है। गोवा में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने अपने विभाग प्रमुख के खिलाफ कार्रवाई करते हुए सभी जिम्मेदारियां छीन लीं हैं। संघ में निष्कासन की यही प्रक्रिया है। इसलिए कहा जा सकता है कि सुभाष वेलिंगकर को निष्कासित कर दिया गया है। पिछले दिनों उन्होंने अमित शाह को काले झंडे दिखाए थे।
गोवा में आरएसएस और भाजपा के बीच तनाव बहुत तेज हो चुका है। हालात यह बने कि आरएसएस के स्वयं सेवकों ने भाजपा के खिलाफ चुनाव लड़ने की ठान ली है। गोवा विभाग प्रमुख सुभाष वेलिंगकर ने नई पार्टी बनाकर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
वेलिंगकर ने भारतीय भाषा सुरक्षा मंच (BBSM) के नाम से पार्टी बनाकर ऐलान किया है। उनकी पार्टी विधानसभा चुनाव में गोवा की 40 में से 35 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। उन्होंने महाराष्ट्रवादी गोमंतक पार्टी के साथ राजनीतिक गठजोड़ करने का भी ऐलान किया है।
शाह ने भैयाजी जोशी से की थी शिकायत
अमित शाह और बीजेपी के गोवा चुनाव प्रभारी ने वेलिंगकर की शिकायत संघ के महासचिव भैयाजी जोशी और सह सरकार्यवाह कृष्ण गोपाल से की थी। इसके बाद संघ नेतृत्व ने उनसे सभी जिम्मेदारियां वापस लेने का फैसला किया। वेलिंगकर का आरोप था कि बीजेपी सरकार कोंकणी और मराठी भाषाओं को बढ़ावा नहीं दे रही और इंग्लिश मीडिया स्कूलों में अनुदान देना बंद कर दिया है। संघ के नियमों के मुताबिक किसी को आरएसएस से निकाला नहीं जाता क्योंकि आरएसएस में कोई सदस्यता नहीं होती। इसलिए सिर्फ जिम्मेदारियों से हटाया जाता है। वेलिंगकर से भी इसलिए जिम्मेदारियां वापस ली गई हैं। इस तरह से उन्हें बर्खास्त कर दिया गया।