
जानकारी के अनुसार, मंडला कोतवाली थाना क्षेत्र के पौडी गांव में यह हादसा हुआ। एक विवाद की सूचना पर मौके की ओर रवाना हुआ वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसे के समय वाहन की स्पीड 60 किलोमीटर प्रति घंटा से भी कम थी। फिर भी वाहन क्रेश हो गया। उसका अगला हिस्सा पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। ड्राइवर और अगली सीट पर बैठा पुलिस का जवान अंदर ही फंसे रह गए। दोनों को साथी पुलिसकर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से बाहर निकाला और इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए।
इस हादसे ने डायल 100 वाहनों की खरीदी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या ये वाहन इतने घटिया हैं कि छोटी बड़ी ठोकर भी सहन नहीं कर पाएंगे। क्या इनमें सवार पुलिसकर्मियों की जान हमेशा जोखिम में रहेगी। बाजार में ऐसे कई वाहन बिकते हैं जो सुरक्षा के मापदंडों का कतई पालन नहीं करते लेकिन क्या सरकार भी इस तरह के घटिया वाहन खरीदती है।