
पाकिस्तान से मिली खुफिया सूत्रों की रिपोर्ट को माने तो उरी हमले के बाद 16-17 आतंकी कैंपों को उनके मौजूदा जगहों से हटाकर दूसरी जगह शिफ्ट किया गया है। खुफिया एजेंसियों के अनुसार, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिद्दीन के प्रशिक्षण केंद्रों को अपनी मौजूदा जगह से हटाकर पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थापित किया गया है। इस काम में पाकिस्तानी आर्मी व इंटर-सर्विस इंटेलीजेंस की मदद ली गई है। मानसेहरा व मुज्जफराबाद से चलाए जाने वाले चार आतंकी कैंपों को पाकिस्तानी आर्मी की मदद से शिफ्ट किया गया है।
आर्मी बेस में भी आतंकी शिविर
पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के गांवों में आतंकी शिविरों को शिफ्ट किया गया है, ताकि यहां के ग्रामीणों की वजह से यह छिपा रहे। कुछ आतंकी शिविरों को पाकिस्तानी आर्मी बेस के भीतर जगह दी गयी है। इस कदम के पीछे का कारण यही है कि ऐसी जगहों पर आतंकी शिविरों को बनाया जाए ताकि भारतीय एजेंसियों द्वारा पहचान में न आ सके। खुफिया सूत्रों ने बताया कि उरी हमले के बाद भारत की कूटनीतिक और रणनीतिक कार्रवाईयों से खुद को बचाने के लिए पाकिस्तान पूरी कोशिश कर रहा है।