
परिजन के अनुसार देवांश नेमा (19), संजय डेमला (23) और निरंजन धाकड़ 6 सितंबर को विदिशा से इंदौर के लिए रवाना हुए थे। देवांश से उसी दिन रात 8 बजे आखिरी बार बात हुई थी। उसके बाद से मोबाइल बंद आ रहे हैं। शुक्रवार को परिजन सहित शहर के सभी व्यापारी कोतवाली पहुंचे और गुमशुदगी का केस दर्ज कराया। सीएसपी एनके पटेरिया ने बताया पुलिस टीम भोपाल और इंदौर के लिए रवाना की है।
भोपाल में प्रियांशु से हुई थी बात
पुलिस ने तीनों की मोबाइल कॉल डिटेल निकलवाई। इसमें भोपाल के अशोका गार्डन निवासी प्रियांशु सोनी के नंबर पर बात होने की जानकारी मिली। पुलिस और परिजन ने प्रियांशु से संपर्क किया। इसके बाद जो बात सामने आई वह चौंकाने वाली थी। इन युवकों ने 6 सितंबर की शाम प्रियांशु के माध्यम से विदिशा के शिवम जैन नामक युवक की सोने की चेन 60 हजार रुपए में किसी सराफा व्यापारी को भोपाल में बेची है।
मुंबई की बात कर रहे थे
देवांश के पिता पवन ने बताया प्रियांशु पूर्व में विदिशा में ही रहता था। करीब दो साल से प्रियांशु परिवार के साथ भोपाल में रहने लगा है। वह इन तीनों युवकों का मित्र बताया जा रहा है। प्रियांशु से इन लापता तीनों युवकों के मुंबई घूमने जाने के संबंध में भी जानकारी मिली है। लापता संजय के बड़े भाई दीपक ने इस मामले में निरंजन धाकड़ की भूमिका संदिग्ध होने की आशंका जताई है। देवांश और संजय के परिजन का आरोप है निरंजन सोने-चांदी के आभूषण बिकवाने का भी काम करता है।