
रविवार की सुबह 8 बजे जिस समय ये हादसा हुआ उस वक्त सभी महिला मजदूर खाना बना रहीं थी। बाकी के कुछ लोग मकान के बाहर थे। तभी अचानक मकान की एक दीवार भरभरा कर गिर गई और मकान के अंदर मौजूद लोग इसके मलबे में दब गए। जिससे कौशलरानी बेबा संतोष आदिवासी 50 साल, लक्ष्मी पिता गिरधारी 18 साल, अंशु पिता प्रीतम 05 साल की दबने से मौके पर ही मौत हो गई। जबकि आनंदरानी पति प्रीतम 27 की छतरपुर जिला अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। वहीं इस घटना में उषारानी पति कंछेदी 25 साल, गुलाबरानी पति मुन्ना 60 साल, सुरजरानी पति भूरे 40 साल, चंदा रानी पति बबलू 40 साल, हीरालाल पिता नोनेलाल 40 साल, कंची पिता बालकिशुन 28 साल, बबलू पिता दौलत 45 साल, रवीना पिता भूरे 06 साल, राजप्यारी पति बिहारी 54 साल, आरती पति मुन्नीलाल 27 साल, गोमती पिता भूरे 16 साल, पिंकी पिता प्रीतम 11 साल, कल्लोबाई पिता बबलू 18 साल शामिल हैं।
ये सभी निबासी बटियागढ़ जिला दमोह घायल हो गये जिन्हें जिला चिकित्सालय छतरपुर में भर्ती कराया गया है। रविवार की शाम 3 मृतकों के शव बटियागढ़ पहुच चुके थे जबकि इलाज के दौरान दमतोड़ देने वाली महिला का शव परिक्षण होने के बाद शाम 6 बजे छतरपुर से बटियागढ़ के लिए रवाना किया गया।