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मुख्यमंत्री दाल-भात योजना के तहत रेस्टोरेंट खोले जाएंगे जिसमें टेबल-कुर्सी भी होंगे, टाइल्स लगी दीवारें होंगी और पंखा के साथ तमाम सुविधाजनक इंतजाम भी। प्रत्येक केंद्र को 30-30 कुर्सियों और टेबल से सुसज्जित किया जाएगा ताकि होटलों एवं रेस्टोरेंटों की तरह ही गरीब मजदूर यहां पांच रुपये में भोजन कर सकें।
यह सब बदलाव आदर्श मुख्यमंत्री दाल-भात योजना के तहत किया जाएगा। यहां पहले से ही मुख्यमंत्री दाल-भात योजना चल रही है। बस बैठक व्यवस्था बदली जाएगी। सरकार की योजना है कि केंद्रों के माध्यम से रात को भी गरीबों को उसी दर पर भोजन उपलब्ध कराया जाए। इसके लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। केंद्रों में प्रतिदिन औसतन एक सौ लोग भोजन करते है।