
सिरसा जिले के रोड़ा गांव का 35 साल का पशु व्यापारी गोरा सिंह 21 अगस्त की रात को अपने घर जा रहा था। वह नशे में बुरी तरह से धुत था और अंधेरा भी बहुत ज्यादा था। ऐसे में गोरा को रास्ते का पता नहीं चला और उसका पांव फिसल गया। पांव फिसलने के बाद गोरा सिंह 15 फीट गहरे सूखे कुएं में जा गिरा और गिरते ही बेहोश हो गया। गोरा पूरी रात इसी तरह बेसुध पड़ा रहा।
आठ दिन तक गोरा सिंह इसी तरह 15 फीट गहरे कुएं में पड़ा रहा। होश आने पर उसने कई बार मदद के लिए गुहार लगाई। वह खुद को बचाने के लिए कुएं से चीख-चीख कर फरियाद लगाता रहा, लेकिन उसकी आवाज किसी ने नहीं सुनी।
भूख-प्यास से तड़ते हुए गोरा सिंह आठ दिनों तक मौत से जिंदगी की जंग लड़ता रहा। ये गोरा सिंह की खुशकिस्मती थी कि आठ दिन बाद गांव का एक युवक कुएं के पास से गुजर रहा था, तभी उसने गोरा सिंह की आवाज सुनी और गांव के अन्य लोगों को बुलाकर गोरा सिंह को बाहर निकाला।
आठ दिन तक भूखे-प्यासे कुएं में रहने से गोरा सिंह की हालत काफी बिगड़ गई थी। डॉक्टर के इलाज के बाद गोरा सिंह की सेहत में सुधार हो रहा है। गोरा सिंह के भाई ने बताया कि आठ दिन तक इनका भाई घर नहीं लौटा और कहीं कोई सुराग नहीं मिला तो मायूस और नाउम्मीद होकर घर बैठ गए, लेकिन फिर गोरा सिंह के जिंदा होने की खबर मिली।