
अजमेर शहर के अलवर गेट पर मोनू गहलौत का निवास स्थान है, एक दिन अचानक मोनू की पत्नी मंजू की तबियत खराब हो गई, जिसके चलते मोनू अपनी पत्नी को जवाहर लाल नेहरू हॉस्पिटल ले गया। कुछ समय बाद में मंजू की मौत हो गई और डॉक्टरों ने मंजू को मृत घोषित कर दिया। मंजू गर्भवती थी। मंजू के मायके वालों के दबाव में मंजू का पोस्टमार्टम कराया गया।
पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आई तो सभी लोग चकित थे क्योंकि उसमें मंजू के पेट में किसी प्रकार का बच्चा था ही नहीं। जबकि मंजू को 9 माह से गर्भवती थी। उसका 'ममता कार्ड' भी बना था। डॉक्टरों ने समय समय पर जांच की थी और डिलीवरी डेट 27 अगस्त 2016 भी कार्ड में दर्ज की गई थी। महिला के गर्भ में बच्चा न होने की बात सुनकर घर वाले चकित हो गए पर पीएम रिपोर्ट के अनुसार महिला के गर्भ में कोई बच्चा नहीं था बल्कि महिला की बच्चेदानी में गांठ थी और उसकी वजह से ही उसका पेट फूल गया था।