
कश्मीर मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा और पीडीपी ने सत्ता हासिल करने के लिए एक दूसरे का हाथ थामा है। सिंधिया ने आगे कहा कि, भाजपा और पीडीपी के बयानों में फर्क अंदरूनी कशमकश को उजागर कर रहा है। उन्होंने ये भी कहा कि कश्मीर में माहौल सुधारने के लिए अलगाववादियों समेत कश्मीर के सभी वर्गों के साथ चर्चा की जानी चाहिए, तभी वहां की समस्या का हल निकल पाना संभव है।
गौरतलब है कि बुधवार को भी सिंधिया ने भाजपा और पीडीपी पर बयानी हमला बोला था। उन्होंने कहा था कि जम्मू कश्मीर में भाजपा और पीडीपी के बेमेल गठबंधन के चलते आज हालात खराब हो गए हैं। कश्मीर में कर्फ्यू लगने के 35 से 40 दिन तक सदन में कुछ नहीं बोलने वाले प्रधानमंत्री मध्यप्रदेश की जमीन से कश्मीर पर चिंता जाहिर कर रहे थे। उन्होंने केन्द्र सरकार को नसीहत देते हुए कश्मीर में पत्थरबाजी करने वाले बच्चों पर पैलेट गन के इस्तेमाल करने पर आपत्ति जताई और कहा कि केंद्र सरकार कश्मीर में जो भी कदम उठा रही है उसका विपरीत प्रभाव पड़ेगा।