राजेश शुक्ला/अनूपपुर। रविवार को कांग्रेस नेत्री हिमाद्री सिंह की पैतृक गांव की यात्रा तथा सोमवार को अमरकंटक में मॉ नर्मदा की पूजा और साधु-संतों से संपर्क प्रारंभ करने के साथ ही उपचुनाव में कांग्रेस की सक्रियता बढ गई है।
मध्यप्रदेश शासन के मंत्री संसदीय क्षेत्र अंतर्गत पोलिंग बूथ स्तर में कार्य कर अपने पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए लग गए हैं। वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं दिग्गज नेता भोपाल में बैठकर शहडोल संसदीय क्षेत्र के उप चुनाव में विजय पाने के लिए सपना देख रहे हैं। जबकि कांग्रेस पार्टी मध्यप्रदेश में लगातार 13 वर्षों से वनवास में है फिर भी अभी प्रदेश स्तर के नेताओं के अभिमान का बुखार उतरते नहीं दिख रहा।
आगामी अक्टूबर-नवम्बर माह में लोकसभा उप चुनाव कराने के लिए प्रशासनिक अमले की सरगर्मी तेज हो गई है और उसी अनुपात में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी की सक्रियता तेज हो गई है। प्रदेश सरकार के मंत्री और संगठन के पदाधिकारियों की उपस्थिति में बूथ स्तर पर कार्य प्रारंभ किया गया है। मंत्रियों के लगातार दौरा, भाजपा नेताओं की गुटबाजी तथा कांग्रेस पार्टी की कुंभकरणीय नींद को लेकर संसदीय क्षेत्र का मतदाता चुप्पी साधे बैठा है।
कांग्रेस नेता भोपाल में बैठकर बना रहे रणनीति
उप चुनाव में विजय पाने के लिए भाजपा विगत तीन माह से सक्रिय होकर संसदीय क्षेत्र के गलियों पर उतर गई है। वहीं कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अरूण यादव सहित अन्य पदाधिकारी अभी भी भोपाल के कांग्रेस भवन में बैठकर चुनाव की रणनीति बनाने की योजना में लगे हैं। विगत दिवस अरूण यादव की अध्यक्षता में कांग्रेस भवन भोपाल में शहडोल संसदीय क्षेत्र के पदाधिकारियों को लेकर एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा मध्यप्रदेश शासन के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता बिसाहूलाल सिंह की उपेक्षा का आरोप क्षेत्र में लग रहा है। पार्टी के सूत्रों का मानना है कि अगर इसी तरह से पार्टी के दिग्गज नेताओं द्वारा अपने वरिष्ठों का अपमान होता रहेगा तो निश्चित ही लोकसभा के उप चुनाव में दिग्गजों की उपेक्षा पार्टी पर भारी पडेगी।
भाजपा की स्थानीय गुटबाजी नासूर से कम नहीं
लोकसभा उप चुनाव में विजय पाने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विगत डेढ माह से लगातार संसदीय क्षेत्र के दौरे पर हैं। उनके मंत्रीमण्डल के लगभग २० विभाग के १० मंत्री शहडोल संसदीय क्षेत्र अंतर्गत सभी विधानसभा क्षेत्रों में भ्रमण कर पार्टी के पक्ष में माहौल बनाने में जुटे हैं। वहीं संसदीय क्षेत्र के उमरिया, शहडोल, अनूपपुर जिले में भाजपा की गुटबाजी आगामी चुनाव के लिए नासूर बन सकती है।