
जानकारी के मुताबिक, उज्जैन के शासकीय इंजीनियरिंग कॉलेज में गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्रों ने इकट्ठा होकर जमकर हंगामा किया, उनका साथ देने के लिए एबीवीपी के कार्यकर्ता भी पहुंचे। इस दौरान उन्होंने विरोध प्रदर्शन करते हुए कक्षाएं नहीं लगने दी और कॉलेज को बंद करवा दिया।
उन्होंने कॉलेज प्रिंसिपल का पुतला जलाने की भी कोशिश की, हालांकि तब तक पुलिस के आ जाने से वो इसमें कामयाब नहीं हो सके। छात्रों का आरोप है कि कॉलेज प्रबंधन की लापरवाही के कारण उनका रिजल्ट लगातार बिगड़ रहा है, लेकिन प्रबंधन को इसकी कोई चिंता नहीं है।
प्रदर्शन कर रहे छात्रों की मानें तो जिन स्टूडेंट्स के 12वीं में 90 प्रतिशत अंक आए थे, उन्हें कॉलेज ने फेल कर दिया, वहीं लगातार क्लास में आने के बाद भी विद्यार्थियों को एब्सेंट बताया गया। साथ ही पुनर्मूल्यांकन का रिजल्ट भी नौ दिन बीत जाने के बाद भी नहीं आया है। हंगामें को देखते हुए प्रिंसिपल उमेश पेणारकर ने कमेटी बनाकर मामले की जांच कराने का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि जो छात्रों के हित में होगा वो किया जाएगा।