
द्वारकापुरी थाना क्षेत्र के ऋषि पैलेस कॉलोनी निवासी आकाश एक युवती से प्रेम करता था। उसी युवती को छत्रीपुरा निवासी सागर भी चाहता था। लड़की दोनों से बात करती थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कंफ्यूजन था। दोनों सोचते थे कि लड़की उससे प्यार करती है। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। सागर ने आकाश को जमकर पीट दिया। सागर ने कहा अगर उससे प्यार करता है तो उसके लिए मर कर दिखा। बस फिर क्या था आकाश ने रात में ही फांसी लगा ली लेकिन इससे पहले उसने सुसाइड नोट भी लिखा।
मेरी प्यारी ....,
तुम शायद मुझसे प्यार नहीं करती हो, लेकिन मै तुमसे बहुत प्यार करता हूं। तू शायद सागर के साथ खुश रहेगी। तू ये मत समझ लेना, मै मर गया, तो तेरा पीछा छोड़ दूंगा। मै वापस आऊंगा, अपना प्यार हासिल करने। सागर तू मुझसे पूछ रहा था न कि मै उसके लिए मर सकता हूं, देख मै ऐसा कर सकता हूं। मै वापस आऊंगा, भूत बनकर या तेरे घर जन्म लूंगा। तेरे घर अगर पहले लड़का हुआ तो समझ लेना मै ही हूं। मेरी प्यारी मां मै तुझे छोड़कर जा रहा हूं। मुझे माफ कर देना। तूने मेरे लिए बहुत कुछ किया है। मेरा भाई उसके जैसा भाई तो कोई दूसरा हो ही नहीं सकता। बहुत प्यार करता है वो मुझे, उसे संभाल लेना। मम्मी, मेरा दोस्त अंकित मुझे माफ कर देना।