
गणेश गौशाला के पास जूनी इंदौर लाइन बायपास रोड पर समाजसेवी आशिक पंवार को गाय के 3 तीन से मृत पड़े होने की सूचना मिली। तत्काल वे लोडिंग ऑटो और अपने साथियों सहित घटनास्थल पर पहुंचे। बताया गया कि तीन दिन गुजर जाने से यहां गाय का शव काफी सड़ चुका था। दुर्गंध के बावजूद गाय के शव को ऑटो में रखकर राजा हरिश्चंद्र मुक्तिधाम के बाहर सम्मान दफन किया गया।
इस अवसर हिन्दू-मुस्लिम साथी उमेश कपूर, आशिक पंवार, पत्रकार निशात सिद्दीकी, पंडित कृष्णकान्त शर्मा, आबिद जोया, सिराज लोहार, इस्माइल अगवान का विशेष योगदान रहा। इन लोगों ने एक लावारिस गाय का जिस तरह से अंतिम संस्कार किया, अब वो शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है। सभी लोग युवकों की काफी सराहना कर रहे हैं।