नईदिल्ली। रेल विभाग अपने काम में चुस्ती लाने के लिए नई योजना बना रही है। इसके तहत गंभीर रूप से बीमार कर्मचारी जो काम का बोझ नहीं उठा सकते, उनके आश्रितों को अनुकंपा नियुक्त दी जाएगी। नई व्यवस्था लागू होने पर सैकड़ों ऐसे कर्मचारियों के परिवारों को राहत मिलेगी जो बीमारी के कारण महीनों से ड्यूटी नहीं जा पाते हैं। स्टाफ बेनीफिट फंड से आर्थिक मदद के बावजूद इनका परिवार भुखमरी के कगार पर है।
ये है दिक्कत
बीमार रेल कर्मचारी की जमा छुट्टी खत्म होने पर रेलवे वेतन बंद कर देता है। तीन महीने तक बगैर वेतन के रहे कर्मचारी को रेलवे स्टाफ बेनीफिट फंड से आर्थिक मदद मिलती है। हालांकि यह रकम वेतन की एक चौथाई ही होती है।
कई आवेदन लंबित
चक्रधरपुर मंडल व दक्षिण-पूर्व जोन में अनुकंपा (मृतक के आश्रित) पर नौकरी के 42 से ज्यादा आवेदन लंबित हैं। इसके साथ ही नौकरी छोड़ो-नौकरी पाओ स्कीम के भी दर्जनों आवेदन हैं। हालांकि, वर्ष 2010 के बाद दोनों सुविधाओं के तहत दक्षिण-पूर्व जोन में 200 से ज्यादा आश्रितों ने नौकरी ली है।
इन बीमारियों में होगा लाभ
किडनी, हृदय, लीवर, कैंसर, लकवा, ब्रेन हेमरेज व टीबी समेत अन्य घातक बीमारी से पीड़ित कर्मचारियों के आश्रित को नई योजना के तहत नौकरी मिल सकती है।