
बता दें कि भाजपा सांस्कृतिक प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक एवं रियल एस्टेट कारोबारी राजेश भदौरिया ने संगठन के नाम एक पत्र लिखकर मांग की थी कि आगामी कार्यसमिति की बैठक में व्यापमं घोटाले को लेकर प्रस्ताव रखा जाए एवं व्यापमं घोटाले के लिए भाजपा जनता से माफी मांगे।
यह चिट्ठी बीजेपी आॅफिस से ही लीक हुई थी। तब मामले को संभालने की कोशिश करते हुए नंदकुमार सिंह चौहान ने कहा था कि भदौरिया ने ऐसी कोई चिट्ठी नहीं लिखी परंतु भदौरिया ने मीडिया के सामने स्वीकार किया कि उन्होंने ऐसी चिट्ठी लिखी है। इसके बाद ही यह सुनिश्चित हो गया था कि भदौरिया अब भाजपा में नहीं रह पाएंगे। शाम होते होते भदौरिया का निलंबन आदेश जारी हो ही गया।