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बीएमसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम न बताने की शर्त पर कहा, ‘हमें शर्मा के दोनों परिसरों एक वर्सोवा में और एक अन्य गोरेगांव में अवैध निर्माण किए जाने के बारे में दो अलग-अलग लोगों से दो शिकायतें मिली हैं। दोनों मामले में हमने उचित प्रक्रिया का पालन किया है और कार्रवाई शुरू करने से पहले नोटिस दिया है।’
उन्होंने कहा, ‘वर्सोवा मामले में निगम ने 16 जुलाई को उन्हें नोटिस दिया था। तब से उन्होंने इसपर कोई ध्यान नहीं दिया। हमने चार अगस्त को उनके कार्यालय के ढांचे के अवैध हिस्से को गिरा दिया। जहां तक दूसरी शिकायत का सवाल है तो उन्हें महाराष्ट्र क्षेत्रीय एवं नगर नियोजन (एमआरटीपी) अधिनियम के तहत अप्रैल में गोरेगांव (पश्चिम) में अपने 9वें तल पर स्थित अपार्टमेंट पर अनधिकृत कार्य के लिए नोटिस दिया गया था।’
सतर्कता विभाग के मुख्य अभियंता मनोहर पवार ने कहा, ‘शर्माजी ने हमसे या हमारे विभाग के साथ अब तक कोई संपर्क नहीं किया है।’ उन्होंने अभिनेता से शुक्रवार को रिश्वत की मांग करने वाले अधिकारी के नाम का खुलासा करने का अनुरोध किया था। शर्मा के टि्वटर पर 63 लाख फॉलोवर हैं और जब से उन्होंने अपने ट्वीट को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग किया, इसको लेकर सभी बड़े राजनैतिक दलों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। हालांकि, बाद में कपिल शर्मा ने शुक्रवार शाम को ट्वीट करके सफाई दी थी कि उनका किसी राजनीतिक पार्टी पर हमला नहीं किया था। वे केवल भ्रष्टाचार का मुद्दा उठा रहे थे।