
छात्र नेता सौरभ देव पाण्डेय के नेतृत्व में पंहुचे छात्रों द्वारा आरोप लगाये गए है की डॉ अभिषेक जैन कभी भी स्वास्थ्य केन्द्र में नहीं मिलते और चिकित्सकीय सुविधाओं के प्रति उदासीन रहते है। स्वास्थ्य केंद्र कम्पाउण्डर के भरोसे ही चलता है वही ज्यादातर छात्रो का इलाज करते हैं।
छात्रों को कई बार गलत दवाइयां भी दे दी जाती है। जिसकी जानकारी छात्रो को जिला चिकित्सालय से मिलती है। चीफ प्रॉक्टर प्रो. एपी दुबे ने छात्रो को सात दिन के भीतर मामले का निराकरण करने का आश्वासन दिया। तब जाकर छात्रो का गुस्सा शांत हुआ और उन्होंने स्वास्थ्य केंद्र से अपनी तालाबंदी हटाई।