
7 सितंबर 2014 को सिविल लाइन्स थानांतर्गत जेक्सन कम्पाउंड में रहने वाले सुशील आहूजा की 6 माह की बेटी आरोही रहस्यमय तरीके से घर से लापता हो गई थी। घटना के पहले दिन से ही लापता बच्ची की मां रितु के बयान संदेहास्पद नजर आ रहे थे, जिससे यह सनसनीखेज मामला उलझता चला गया था। घटना के दसवें दिन सुबह पुलिस ने रितु को हिरासत में लिया और उससे सख्ती से पूछताछ की। करीब एक घंटे चली पूछताछ में रितु ने पूरी घटना का सच उगल दिया था।
कैसे पकड़ी गई हत्यारन मां
इस मामले में पुलिस ने सभी चौराहों के सीसीटीवी कैमरों की जांच की। जबलपुर के रामपुर क्षेत्र के एक सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्डिंग ने मां को संदेह के घेरे में ला दिया। जब रितु से घटना वाले दिन की दिनचर्या के बारे में पुलिस ने पूछताछ कर उसे क्रॉस चेक किया तो सच्चाई सामने आ गई। बताए समय पर वह बेबी बैग के साथ घर से जाते हुए तो दिखी, लेकिन आते वक्त बैग साथ में नहीं था। यहीं से पुलिस का शक पुख्ता हो गया था। फुटेज के आधार पर पुलिस ने रितु से पूछताछ की और आखिरकार उसने अपना जुर्म कबूल करते हुए आरोही को बरगी हिल्स ले जाकर जीवित अवस्था में एक नाले में फेंकना स्वीकार किया था।
यह है हत्यारन मां का बयान
आरोपी रितु ने बताया कि वह साढ़े तीन साल के बेटे को पालने में बहुत परेशान हो रही थी। बेटे और आरोही में काफी कम अंतर था। वह चाहती थी कि बेटे का पालन-पोषण अच्छे से हो इसलिए वह आरोही से बहुत चिढ़ती थी। परेशान होकर उसने आरोही की हत्या करने की योजना बनाई और एक दिन उसे मौका मिल गया।