नई दिल्ली। 80 के दशक में राजनीति की दुनिया में धमाकेदार एंट्री के बाद फटाफट वापस लौट गए बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन ने तब से लेकर 2015 तक कभी राजनीति की कोई चर्चा नहीं की। उन्होंने राजनीति से पर्याप्त दूरी बनाकर रखी, उनकी पत्नी जया बच्चन सपा से सांसद हैं परंतु उन्होंने अपनी पत्नी की पॉलिटिकल लाइफ में भी कभी दखल नहीं दिया लेकिन 2016 में एक बार फिर उन्होंने राजनीति का जिक्र किया है। अत: सवाल उठना लाजमी है कि क्या बिग बी फिर से राजनीति में आने वाले हैं। पिछले कुछ समय में उनकी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकातें भी ज्यादा हुईं हैं।
एक कार्यक्रम में जानेमाने पत्रकार शेखर गुप्ता और बरखा दत्त के साथ चर्चा में अमिताभ ने कहा, ‘मैं अक्सर इसके बारे में सोचता हूं क्योंकि चुनाव प्रचार के दौरान आप कई वादे करते हैं, जब आप लोगों से वोट मांग रहे होते हैं। (आप पढ़ रहे हैं भोपाल समाचार डॉट कॉम) बिग बी ने आगे कहा कि हम जो वादें करते हैं उनको नहीं पूरा कर पाना कभी-कभी अफसोसनाक लगता है। यदि मैं किसी चीज पर अफसोस करता हूं, तो वह यही चीज है ।’ उन्होंने कहा, ‘मैंने इलाहाबाद और वहां के लोगों से काफी वादे किए थे, लेकिन मैं उन्हें पूरा नहीं कर सका ।’
पूर्व प्रधानमंत्री और अपने पारिवारिक दोस्त राजीव गांधी के समर्थन से 73 साल के अमिताभ ने 1984 में राजनीति में कदम रखा था। अमिताभ ने इलाहाबाद सीट से लोकसभा चुनाव लड़ा और काफी बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। महानायक का राजनीतिक करियर काफी कम समय का रहा, क्योंकि उन्होंने तीन साल बाद ही सांसद के पद से इस्तीफा दे दिया था।