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आजमगढ़ सर्किट हाउस में रात्रि प्रवास के बाद आज मऊ प्रस्थान कर रही राहुल गांधी की किसान महायात्रा को विरोध का सामना करना पड़ा। आजमगढ़ के सिधारी में राहुल गांधी को उलमा काउंसिल के कुछ लोगों ने काला झंडा दिखाया। इस मामले में अभी तक किसी को भी गिरफ्तार नहीं किया गया है। माना जा रहा है दिल्ली के बटला हॉउस कांड के विरोध में उलेमा कौंसिल ने यह काला झंडा दिखाया था। यह सभी लोग राहुल के रथ (बस) को झंडा दिखा सके।
जब यह लोग काला झंडा लेकर सड़क पर उतरे, उस समय राहुल गांधी का काफिला तो आ गया था, लेकिन राहुल गांधी की गाड़ी काफी पीछे थी। राहुल गांधी की गाड़ी वहां पर पहुंचे के पहले ही काला झंडा के साथ मौजूद लोगों को हिरासत में ले लिया गया।
आजमगढ़ के सठियांव शुगर मिल के पास में राहुल गांधी ने कहा कि हम इस किसान यात्रा से किसानों की किस्मत बदलेंगे। उन्होंने कहा कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास किसान के हित के लिए कोई भी योजना तथा काम नहीं है।
वह देश के किसानों के लिए कुछ भी करने वाले नहीं हैं। सठियांव चौराहा पर पांच मिनट की सभा में राहुल गांधी ने कहा कि देश में किसान बदहाल है। अब हमने किसानों की आवाज उठाने के लिए किसान यात्रा शुरू की है। हमें भरोसा है कि हम किसानों की दिशा व दशा को बदलेंगे।