
चूँकि यह उनका यह कोई शासकीय दौरा नहीं था, उन्होंने तो सुरक्षा लेने से मना कर रखा था चूँकि भारत सरकार से जेड प्लस की सुरक्षा मिली हुई इसलिए स्थानीय प्रशासन उनकी सुरक्षा व्यवस्था में लगी हुई थी।
भारतीय पुरातत्व विभाग के मुख्य प्रवेश द्वार पर मौजूद कॉमेंट बुक में अपने खजुराहो विजिट का अनुभव को उन्होंने शेयर किया।