
केंद्रीय मंत्री के बेटे हर्ष मुप्पावरापू नामी विहिकल डीलर हैं। वो इलाके के धनाड्य कारोबारियों में गिने जाते हैं। हर्ष ने आर्मी वेलफेअर फंड में महज 1100 रुपए की छोटी रकम दान की। इस मामले का पता उस वक्त चला, जब 20 सितंबर को हर्ष ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर बैंक रसीद की फोटो डाली थी।
इसके बाद यह तस्वीर दूसरे सोशल ग्रुप्स में भी शेयर होने लगी और लोग उनकी आलोचना हो रही है। हर्ष की इंस्टाग्राम पोस्ट को अपने फेसबुक अकाउंट पर शेयर करते हुए एम युगंधर रेड्डी ने व्यंग किया- 'वह देशभक्ति की बात करते हैं और उन्होंने यह योगदान दिया है।'
वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने लिखा है कि 'वेंकैया नायडू के बेटे 39 कंपनियों के मालिक हैं। उन्होंने सेना को महज 1,116 रुपए का दान किया है। वहीं गुजरात के एक व्यवसायी महेश सावनी ने उरी हमले में शहीद जवानों के बच्चों की पढ़ाई लिखाई का पूरा खर्च उठा रहे हैं।'
गौरतलब है कि दान की रसीद की फोटो अपलोड करने से एक दिन पहले हर्ष ने अपने फेसबुक पोस्ट पर इस बारे में चर्चा की थी। उन्होंने लिखा था कि हमारे देश की सुरक्षा करने वाली सेना के लिए यदि देश का हर व्यक्ति महज 1 रुपए का अंशदान कर सके, तो यह अहम बात होगी।