सुधीर ताम्रकार/बालाघाट। मनरेगा के तहत बालाघाट जिले में वृक्षारोपण कार्य में लाखों रूपये व्यय किये जाने के बाद वृक्षारोपण कार्य दिखाई नही देता। ऐसा लगता है कागज में वृक्षारोपण कर स्वीकृत राशि का बंदरबाट कर लिया गया है। वृक्षारोपण योजना के तहत पेडों की सुरक्षा तथा देखरेख के लिये पंचायतों को 1700 रूपये की अतिरिक्त राशि भी प्रदान की जाती है। उसमेूं भी गोलमाल कर दिया गया है। जिन अधिकारियों पर वृक्षारोपण कार्यो की देखरेख की जिम्मेदारी है वे अपना हिस्सा लेकर अनदेखी कर रहे है।
जिले की लालबर्रा जनपंद पंचायत के अंतर्गत लगभग 45 ग्राम पंचायतों को इसवित्तिय वर्ष में करोडों रूपये की राशि आबटित की गई है लेकिन कही भी वृक्षारोपण दिखाई नही देता केवल टुटे फुटे टी गार्ड दिखाई दे रहे है।
अधिकृत सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत पाथरी को 5 लाख, कामठी 3.5लाख, अतरी 11.85 लाख, साल्हे में 5.25, लेण्डेझरी में 4.74लाख, बडंगांव में4.13 लाख, गायखुरी में 4.13 लाख, बगदई में 4.88, नेवरगांव ला.3.88, खमरिया में 4.75, कंजई में 4.14, साल्हे ला.0.83 लाख, नेवरगांव वा 4.34, माझापुर में 4.13, बेहरई 4.13, नेवरगांव लाल.0.86 लाख रूपये सहित इतनी ही राशि अन्य पंचायतों को जारी की गई है।
इस सबंध में जनपद पंचायत लालबर्रा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी गायत्री कुमार सारथी ने अगवत कराया की पौधारोपण कार्य में लापरवाही अथवा हेराफेरी की जांच कराई जायेगी। ततपंश्चात अग्रिम कार्यवाही की जायेगी तथा व्यय की गई राशि संबधितों से वसूल की जायेगी। यह उल्लेखनीय है की जनपद पंचायत लालबर्रा, बालाघाट निर्वाचन क्षेत्र के अतर्गत आती है जहां से कृषि विकास मंत्री श्रीगौरीशंकर बिसेन नुमाईदगी करते है।