![](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEhUky63uE8rsg0RqU9M4NgSr7en13RfBsRqNEZ6O3jF4QZpxFVP7DlK5anl5NCvAcEDfyWm2P7oqpHEK8hiwBBTWqWJA_4shAi-oknMzrlIZ2OlsQ2eMDXgIwB6NonN5hVW-HLAXPGQf2A/s1600/55.png)
मध्य प्रदेश बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह ने कैलाश विजयवर्गीय के संदर्भ में कहा था कि 'दिल्ली में रह कर, उनकी मप्र के बारे में समझ कम हो गई है।' इससे पहले कैलाश विजयवर्गीय ने कहा था कि प्रदेश में विकास की गति बैलगाड़ी की रफ्तार से चल रही है।
बता दें कि भाजपा के अभ्यासवर्गों में अक्सर यह सिखाया जाता है कि यदि कोई आप पर आरोप लगाए तो उसे तत्काल करारा जवाब दो। यदि आप जोर से नहीं चिल्लाओगे तो दुनिया आपको आरोपी मान लेगी। जोर जोर से चीखने पर सहानुभूति मिलती है। यह सबकुछ 'विरोधियों पर हमला कैसे करें' के तहत सिखाया जाता है परंतु यह विरोधी पार्टियों के संदर्भ में होता है। नंदूभैया तो अपनी ही पार्टी के नेताओं पर हमला कर डालते हैं। नासमझी देखिए कि बाद में अपनी हरकत का उचित ठहराने की कोशिश करते हुए इसे प्रदेश अध्यक्ष धर्म का पालन भी बता रहे हैं।