बैतूल। भौरा गांव में युवक भरत सिंह इरपाचे के 65 वर्षीय पिता शिवदयाल की अचानक मौत हो गई। शव ले जाने के लिए उसे वाहन की जरूरत थी परंतु कोई सरकारी मदद नहीं मिली। वो सड़क पर घंटों बैठा रहा। बात भाजपा विधायक मंगल सिंह तक भी पहुंची परंतु उन्होंने भी दुत्कार दिया। बाद में ग्रामीणों ने चंदा करके शव को भरत सिंह के घर भेजा।
दरअसल, होशंगाबाद के सिवनी मालवा ब्लॉक के लाइ गांव का रहने वाला भरत अपने पिता के साथ बैतूल के गांव ढोढरा मऊ में मामा के घर आया हुआ था। जहां उसके पिता की तबीयत बिगड़ गई और वह उनको बाइक पर बैठाकर डॉक्टर के पास गांव भौरा आ रहा था, लेकिन रास्ते में ही बीमार पिता ने अचानक दम तोड़ दिया।
रोता-बिलखता भरत अपने पिता की लाश को बाइक पर नहीं ले जा सकता था, इसलिए वह किसी बड़े वाहन के लिए जिम्मेदारों से गुहार लगाता रहा। इसके बाद भी उसे किसी भी तरह की सरकारी मदद न मिल सकी। इस बीच लोगों ने स्थानीय विधायक मंगलसिंह धुर्वे से भी मदद की गुहार लगाई। लेकिन उन्होंने मदद से साफ़ इनकार करते हुए अपने स्तर पर व्यवस्था बनाने का सलाह दे डाली। तब गांव के लोगों का दिल पसीजा और उन्होंने चंदा करके रुपयों का इंतजाम किया और जीप से भरत के पिता का शव उसके घर भेजने का इंतजाम किया।