भोपाल। बाबा रामदेव और आचार्य बालकृष्ण 'पतंजलि ब्रांड' के नाम पर सीधा कारोबार कर रहे हैं। मोटे मुनाफे के साथ अपने प्रॉडक्ट बाजार में बेच रहे हैं। 2 साल में बालकृष्ण के पास 25600 करोड़ की संपत्ति जमा हो गई और शिवराज सरकार अभी भी उन्हें सन्यासी मानकर तमाम सुविधाएं लुटाए जा रही है। गजब तो देखिए, मप्र में रामदेव की कंपनी को नियम बदलकर भारी भरकम छूट देने के बाद अब सरकार उनके प्रॉडक्ट भी बेचेगी।
मध्यप्रदेश सरकार सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) की दुकानों में पतंजलि ब्रांड के सामान बेचने का फैसला कर सकती है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इसको लेकर संकेत दिए हैं। राजधानी भोपाल में दो दिवसीय सहकारिता मंथन का शुभारंभ करते हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि पीडीएस की दुकानें, केवल गेहूं-चावल बेचने तक सीमित नहीं रह जाए, इसलिए पीडीएस की दुकानों को बहुद्देशीय बनाना है। अगर बाबा रामदेव के उत्पाद भी बेचना पड़ें तो पीडीएस की दुकानों में बेचे जाएं।
कुल मिलाकर शिवराज सिंह ने सरकारी दुकानों से रामदेव के मोटे मुनाफे वाले प्रॉडक्ट बिकवाने की भूमिका बनानी शुरू कर दी है। इससे पहले भी मप्र सरकार रामदेव को करोड़ों का फायदा पहुंचा चुकी है।