इंदौर। गणेशोत्सव के दौरान भगवान श्रीगणेश के कई रूप तो आपने देखे होंगे परंतु यहां गणेश प्रतिमा की सामग्री सुर्खियों में है। इंदौर के एरोड्रम रोड स्थित अशोक नगर में साइकल के पार्ट्स से मिलाकर एक अद्भुत और मनोहरी गणेश प्रतिमा का सृजन किया है। इस सामग्री के कारण यह प्रतिमा पूरे इंदौर में प्रसिद्ध हो गई है।
अशोक नगर निवासी किशोर गहलोत पिछले 13 साल से कुछ न कुछ अलग तरीके से गणेश का निर्माण कर अपने घर में गणेश स्थापना करते हैं। इस साल उन्होंने साइकिल के पार्ट्स के गणेशजी बनाये हैं। साइकिल गणेश बनाने के लिए गहलोत ने पहले इसका स्केच बनाया कि किस पार्ट से कौन सा अंग बनाना है। इसके बाद 5 दिनों तक बाजार में घूमकर वो पार्ट्स एकत्रित किये, फिर 2 दिन की मेहनत कर गणेशजी तैयार किये, साइकिल गणेशजी बनाने के लिए 2 साइकिल से अधिक के पार्ट्स इसमें लगाये गए हैं।
साइकिल के पार्ट्स को गणेशजी का रूप देने के लिए सिर पर मुकुट के तौर पर बच्चों की साइकिल का पहिया लगाया गया, चेहरा सीट का तो कान बनाने के लिए चैन स्पॉकिट का और कान की बालियां साइकिल की घंटियों से बनायी गयी, गणेशजी की सूंड के लिए मेडगार्ड का इस्तेमाल किया गया, जबकि हाथ साइकिल के चिमटे से बनाये गए हैं। गणेशजी का पेट छोटी से लेकर बड़ी साइकिल के पहिये से बनाया गया है, जबकि दांत लोहे के पतरे से बनाये गये हैं। गणेशजी के पैर साइकिल के चैन कवर से बनाये गए हैं, जबकि उनको साइकिल की चैन माला के तौर पर पहनाई गयी है। प्रसाद के तौर पर साइकिल का हेलमेट रखा गया है।
गणेश उत्सव खत्म होने के बाद इन गणेशजी को कहीं विसर्जित नहीं किया जाएगा, बल्कि इसकी पूरी 2 साइकिल बनाकर यह गरीबों को दान की जायेगी। इससे पहले गहलोत माचिस की तीली, मिटटी के बर्तन, स्टील के बर्तन, मोटर पार्ट्स, नारियल, ड्राई फ्रूट्स और कई तरह के सामनों से गणेशजी बना चुके हैं और दिन ब दिन इनकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है।