
एसपी मनोज सिंह ने बताया कि बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाइड लिमिटेड और इन्हीं की दूसरी कंपनी बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड के संचालकों गुरविंदर सिंह संधु, बिपिनसिंह यादव, विक्रम सिंह, सचिन डामोर, विकास, विनय, अनिल कुमार शर्मा, बलजीतसिंह संधू, संदीप सोंध व मैनेजर मुनींद्र लिखारे के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
दो जगह पंजीयन करवाकर शुरू की धोखाधड़ी
जांच में पाया कि बीएन गोल्ड रियल स्टेट एंड एलाईड लिमिटेड के संचालकों ने कंपनी का पंजीयन रजिस्टार चंडीगढ़ से करवाया। दूसरी कंपनी बीएनजी ग्लोबल इंडिया लिमिटेड का पंजीयन दिल्ली से करवाया। इसके बाद से लोगों को राशि दोगुना कराने को प्रलोभन देकर निवेश करवाया। इन्होंने रियल स्टेट में निवेश के नाम पर एफडीआर और आरडी स्कीमों के तहत एक मुश्त, वार्षिक, अर्धवार्षिक और मासिक किश्तों में रुपए लिए और उसे वापस करने के फर्जी प्रमाण-पत्र भी दे दिए।
सेबी में भी दी गलत जानकारी
जांच अधिकारी कमल गेहलोत ने बताया कि संचालकों ने जमा राशी का उपयोग रियल स्टेट में किया और सेबी को भी गलत जानकारी दी। इसके बाद वे दिल्ली और इंदौर का ऑफिस बंद करके भाग गए। आरोपियों ने इंदौर, धार, बड़वानी, देवास, अलीराजपुर, उज्जैन, शाजापुर के ग्रामीण क्षेत्र के करीब 400 निवेशकों से करीब 4 करोड़ 5 लाख रुपए ले लिए और वापस नहीं किए।