
मोदी सरकार के काम को लेकर काटजू ने तंज कसते हुए ट्वीट किया, 'अब बस यही कसर रह गई है कि सरकार भारत को पवित्र देश (holy country) का दर्जा दे दे। काटजू ने इसके लिए वजहें भी गिनाई और सुझाव भी दिए।
गाय पवित्र पशु है, जिसकी रक्षा के नाम पर ढोंगी बाबा लोग जनता को ठगते हैं।
राम, कृष्ण, महावीर यहीं पैदा हुए और बुद्ध को ज्ञान यहीं मिला।
दुनिया का सबसे बड़ा मेला कुंभ भी तो इसी पवित्र देश में लगता है।
अयोध्या, मथुरा, काशी, कांची पुरी, हरिद्वार, मदुरै जैसे पवित्र शहर यहीं हैं।
अब तो अमृतसर और आनंदपुर को भी पवित्र शहरों का दर्जा मिल सकता है।
काटजू ने दिए ये सुझाव
रघुपति राघव राजाराम को राष्ट्रगान घोषित किया जाए।
इंडिया गेट को ज़मींदोज कर 100 फीट ऊंची भगवान राम की प्रतिमा बनवा दी जाए।
हर शहर के मुख्य चौक पर गउमाता की प्रतिमा हो जिसकी देखरेख गौरक्षक करें। उन्हें गोरक्षा के नाम पर कुछ भी करने का अख्तियार हो।
देश में राष्ट्रीय अभिवादन जय श्री राम हो।
सारे पुरुष गेरुआ वस्त्र पहने और कंठ में रुद्राक्ष की माला भी।
महिलाएं गेरुआ साड़ी पहने और घूंघट जरूर हो, ताकि दूसरों की बुरी निगाह से बचें।
हनुमान चालीसा गायन से पूरे देश में दिन की शुरुआत हो, यानी भोर से ही हनुमान चालीसा पाठ शुरू हो जाए।
इनमें से यदि कुछ कारण और सुझावों को हटा दिया जाए तो बाकी सारी दलीलें सटीक बैठतीं हैं।
गाय जैसा पशु दुनिया में कहीं नहीं हैं, जिसका रोम रोम मानव के लिए ना केवल उपयोगी है बल्कि लाभदायक भी है।
जब ईसा मसीह का जन्मस्थल ईसाई देश और मोहम्मद पैगंबर का मुस्लिम देश हो सकता है तो
राम, कृष्ण, महावीर और बुद्ध की यह भूमि निश्चित रूप से पवित्र देश ही होनी चाहिए।
दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक मेला महाकुंभ इसी देश में लगता है और दर्जनों पवित्र शहर इसी देश में है। काटजू शायद जोड़ना भूल गए कि गंगा जैसी चमत्कारी और पवित्र नदियां भी इसी देश में हैं।
इसके अलावा 1008 कारण हैं जो यह दावा करते हैं कि भारत ही दुनिया का सबसे पवित्र देश है।
हिंदू राष्ट्र यदि कट्टरवाद लगता है तो 'पवित्र देश' सर्वथा उचित है।