
हेल्पलाइन द्वारा देर रात तक कॉलेज प्रबंधन से संपर्क करने की काेशिश की गई लेकिन संपर्क नहीं हाे सका। इस महीने में भोपाल से यह रैगिंग की दूसरी शिकायत है जो नेशनल एंटी रैगिंग हेल्पलाइन पहुंची है। जबकि इसी महीने प्रदेश से तीन शिकायतें हेल्पलाइन पहुंच चुकी हैं। वहीं इस साल अब तक हेल्पलाइन पहुंचने वाली शिकायतों की संख्या 41 हो चुकी है।
रीजनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन में रैगिंग की शिकायत हेल्पलाइन में शुक्रवार को देर रात पौने ग्यारह बजे की गई। शिकायत मिलते ही हेल्पलाइन ने कॉलेज प्रबंधन से संपर्क करना शुरू किया। वार्डन से प्रिंसिपल तक किसी से भी संपर्क नहीं हो सका। इसके बाद हेल्पलाइन ने श्यामला हिल्स पुलिस थाने से संपर्क किया। पीड़ित छात्रा की शिकायत है कि बीए-बीएड के दूसरे वर्ष के कुछ छात्र आए दिन आपत्तिजनक टिप्पणी करते हैं। छात्रा ने कहा है कि वो चेहरे से आरोपी सीनियर्स को पहचान सकती है। पीड़ित छात्रा ने जल्द से जल्द कार्रवाई की मांग की है।
उधर, कॉलेज के प्रभारी प्रिंसिपल प्रो. केके खरे के शहर से बाहर होने के कारण यह मामला उनके संज्ञान में नहीं आया है। इससे पहले 14 सितंबर को राष्ट्रीय संस्कृत संस्थान भोपाल कैंपस के एक बीए सेकंड ईयर के छात्र ने पांच पीएचडी स्कॉलर्स के खिलाफ शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने का आराेप लगाया था। हालांकि बाद में पीड़ित छात्र ने अपनी शिकायत वापस ले ली थी।