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दरअसल, आरजीपीवी ने परीक्षा तो करा ली लेकिन इसे लेकर कोई नियम नहीं बनाया। विवि के यूआईटी डिपार्टमेंट में हाल ही में संविदा के आधार पर 50 से अधिक नियुक्तियां हुई लेकिन पात्रता परीक्षा पास अभ्यर्थियों को प्राथमिकता नहीं दी गई। नियम ही नहीं था। जबकि परीक्षा कराने का उद्देश्य ही यह था कि इंजीनियरिंग, फार्मेसी कॉलेजों में शिक्षकों की जो भी नियुक्तियां होंगी, उनमें पात्रता परीक्षा पास करने वालों को ही रखा जाएगा।
ये रहा कुलपति का बेतुका बयान
प्रो. पीयूष त्रिवेदी, कुलपति, आरजीपीवी कहते हैं कि परीक्षा का आयोजन गुणवत्ता सुधारने के लिए किया गया था। आगे भी ऑनलाइन परीक्षा कराई जाएगी। इसके लिए अलग से अभी कोई नियम नहीं बनाए हैं। अगर कोई भर्ती प्रक्रिया के दौरान कोई अभ्यर्थी आया होगा तो उसे प्राथमिकता मिली होगी। कोई आया था या नहीं, उसे प्राथमिकता मिली या नहीं, कुलपति को ही नहीं पता।