भोपाल। पुराने भोपाल के कबाड़खाने में स्थित गोदामों में लगी आग इतनी भीषण ना होती, यदि समय रहते दमकलें पहुंच जातीं। रात 2 बजे दमकलों के लिए सूचना दी गई थी। सुबह 4 बजे पहली दमकल मौके पर पहुंची। जांच का विषय है कि क्या रात 2 बजे दमकलों पर स्टाफ मौजूद भी था या नहीं।
कबाड़खाने के प्लास्टिक गोदाम में लगी आग के पीछे गोदाम मालिक और प्रशासन की लापरवाही समाने आई ह। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पांच दिन से हनुमानगंज इलाके में पानी की सप्लाई बंद है। गोदाम में आग बढ़ती जा रही थी पर घरों में पानी नहीं होने के कारण वो असहाय होकर लपटों को विकराल रूप लेते देखने को मजबूर थे।
लोगों ने दमकल विभाग को भी आग के बढ़ने के लिए जिम्मेदार ठहराया। उनकी मानें तो रात दो बजे आग की लपटें दिखने के तुरंत बाद दमकल को सूचित किया गया था, लेकिन वो तड़के चार बजे मौके पर पहुंचे. तब तक आग ने एक अन्य गोदाम को भी अपनी चपेट में लेते हुए भीषण रूप ले लिया। आग को बुझाने के लिए नगर निगम के अलावा बीएचईएल से सीआईएसएफ और पुलिस की फायर ब्रिगेड भी पहुंची। आग इतनी भीषण थी कि 60 से अधिक दमकलों को भी लपटों पर काबू पाने में काफी मुश्किल हुई। एडीएम रजनीश झा करीब पांच घंटे बाद मौके पर पहुंचे। उनसे जब घटना के संबंध में सवाल पूछे गए तो वो गोलमोल जवाब देते नजर आए।