भोपाल। प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान ने संगठन विरोधी गतिविधियों के चलते सस्पेंड किए गए 221 नेताओं को बहाल कर दिया है। इनमें प्रकाश मीरचंदानी भी हैं जिन्होंने नंदकुमार सिंह चौहान की समझ पर ही सवाल उठा दिया था। बता दें कि भाजपा में आए दिन नेताओं को नोटिस और सस्पेंड करने की कार्रवाई चलती रहती है। पिछले दिनों आरएसएस ने भी आपत्ति उठाई थी। कहा था पहले बातचीत से मामला शांत करने का प्रयास करो।
मध्यप्रदेश भाजपा ने आधिकारिक बयान जारी कर बताया कि प्रकाश मीरचंदानी के अलावा विभिन्न वजहों से पार्टी से बाहर निकाले गए 221 नेताओं-कार्यकर्ताओं का भी निलंबत खत्म कर दिया गया है। भाजपा नेता और पूर्व टीवी पैनलिस्ट प्रकाश मीरचंदानी ने फेसबुक वॉल पर लिखा था कि, ''मध्य प्रदेश में कांग्रेस की जरूरत नहीं है। यहां तो सत्ता में बैठे नेता ही काफी हैं। पार्टी में संगठन गौण हो गया है, जिस पर बड़े नेता भी मौन हैं। पराक्रम पर नेताओं की परिक्रमा भारी पड़ रही है।"
प्रदेशाध्यक्ष नंदकुमार सिंह चौहान की नई कार्यकारिणी से खफा मीरचंदानी ने लिखा था कि, ''जिनको पार्टी के विचार, नीति और उद्देश्य नहीं मालूम वो सत्ता और संगठन पर काबिज हैं। लोगों को यह लगने लगा है कि वे तो केवल सत्ता के लिए ही बने हैं। उन्होंने इसे विस्फोटक स्थिति बताते हुए कहा है कि इसी स्थिति का लाभ सरकारी तंत्र उठाकर जेबें भर रहा है।