
यह खुलासा हाल ही में तब हुआ, जब शासन ने इस संबंध में नगर निगम से जवाब तलब किया। सिंहस्थ में पेयजल व्यवस्था के लिए निगम ने 2 करोड़ से प्लास्टिक की 3992 टंकियां खरीदी थी। एक हजार और 500 लीटर क्षमता वाली इन टंकियों की खरीदी लघु उद्योग निगम से की गई थी। औसतन प्रत्येक टंकी की कीमत 5010 रुपए थी। नगरनिगम को इन टंकियों की जिम्मेदारी सौंपी गई थी।
ग्रांड होटल में रखी टंकियों के लिए धार और रतलाम के निकाय से तथा शहर के कुछ पार्षदों की मांगें आने पर निगम के अफसरों ने इस संबंध में भोपाल के अाला अफसरों को मार्गदर्शन के लिए पत्र लिखा। पूछा कि क्या वे इन्हें टंकियां दे सकते हैं या नहीं। आला अफसरों ने मार्गदर्शन तो नहीं दिया बल्कि टंकियों का आंकड़ा देखकर पूछ लिया कि जब 3992 टंकी खरीदी थी तो 1106 ही वापस क्यों आई, बाकी 2886 कहां गई। ऐसे में निगम के अफसरों ने हाल ही में भोपाल पत्र लिखकर स्पष्ट किया है कि बाकी 2886 टंकियां मेला क्षेत्र से चोरी हो गई। अफसरों ने अपनी बात की पुष्टि के लिए पत्र के साथ विभिन्न थानों में की गई लिखित शिकायतों की सूची भी प्रस्तुत की है।