भोपाल। गरीबों को बंटने वाले गेंहू में मिट्टी की मिलावट लगातार जारी है। राजधानी भोपाल में खुलासा और हंगामा के बाद भी गोलमाल कम नहीं हुआ है। सतना में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा जिलों में सप्लाई किए जा रहे गेहूं में मिट्टी की भारी मिलावट सामने आई है। इसके बाद रेलवे के 12 रैक से चार जिलों को भेजे जाने वाले गेहूं का आर्डर कैंसिल कर दिया गया है।
गरीबों के अनाज में मिलावट का यह खुलासा 3 दिन पहले हुआ। इस गेहूं को जबलपुर से रेलवे की रैक से सतना लाया गया था। जब दुकानों पर खोला गया तो उसमें भारी मात्रा में मिट्टी मिली। इसके बाद रैंडम जांच में पता चला कि एक क्विंटल गेहूं में 20 से 30 फीसदी मिट्टी मिली है। इतना ही नहीं सतना होकर उमरिया, सिंगरौली और सीधी जिले के लिए गए गेहूं की 12 रैक में भी मिलावट की आशंका है। उनका मोंमेंटम भी कैंसिल कर दिया गया है। हालांकि इसकी अधिकृत पुष्टि नहीं की गई है।
मिलावट का गणित
एक क्विंटल गेहूं की कीमत 1675 रुपए
एक रैक में गहूं आता है 25 हजार क्विंटल
दो रैक में गए गेहूं की मात्रा हुई 50 हजार क्विंटल 50 हजार क्विंटल गेहूं का मूल्य 8 करोड़ रुपए औसतन 25% फीसदी मिट्टी के वजन के गेहूं की कीमत 2 करोड़ रुपए
आशुतोष तिवारी, जिला आपूर्ति अधिकारी, सतना का कहना है कि सतना पहुंचे गेहूं में मिट्टी पाई गई है। सतना के डीएम नान ने भी मिट्टी होने की पुष्टि की है। इसलिए गेहूं की दो रैक का आवंटन रिजेक्ट हो गया है। खराब गेहूं दुकानों पर सप्लाई नहीं करेंगे।
हितेष बाजपेयी, अध्यक्ष, नागरिक आपूर्ति निगम बोलते हैं कि ट्रांसपोर्टर पर एफआईआर करा रहे हैं। नान के जिम्मेदार अफसरों के निलंबन की कार्रवाई की गई है। सहकारिता, वेयरहाउसिंग अफसरों के साथ बैठक कर श्वेतपत्र जारी करेंगे।