
जानकारी के अनुसार, बाघ का शव शनिवार देर शाम को मंडला जिले में खटिया रेंज में बंजर नदी के पास मिला है। गश्त पर निकले वनकर्मियों को सबसे पहले बाघ का शव नजर आया था। शव से महत्वपूर्ण अंग गायब हैं। यह कतई सामान्य मौत नहीं है। पार्क प्रबंधन हमेशा की तरह मामले पर पर्दा डालने और मीडिया के सवालों से बचने की कोशिश कर रहा है।
पिछले एक साल में कान्हा नेशनल पार्क में एक तेंदुआ समेत आठ बाघों की मौत हो चुकी है। लगातार हो रही बाघों की मौतों ने कान्हा प्रबंधन की मुश्किलें बढ़ा दी हैं और अब शिकार की आशंका से पार्क की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर रहा है।