भोपाल। सेंट्रल जेल से फरार हुए सभी 8 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। सभी आतंकवादियों को आचारपुरा में मार गिराया गया है। रात से ही सर्चिंग पर जुटी पुलिस पार्टी को इन आतंकवादियों के छुपे होने की टिप मिली थी। गुनगा थाना क्षेत्र में घेराबंदी करके सभी को मार गिराया गया। इस आॅपरेशन में किसी भी प्रकार का चूक ना हो जाए इसलिए स्पेशल कमांडो को लगाया गया था। इसी के साथ मध्यप्रदेश की शिवराज सरकार का एक बड़ा तनाव कम हो गया और मप्र पुलिस पर लगा बड़ा कलंक मिट गया।
जानकारी के अनुसार, तड़के साढ़े तीन बजे जेल के बी ब्लॉक में बंद सिमी के आठ आतंकियों ने बैरक तोड़ने के बाद फरार हो रहे थे। इस दौरान हेड कांस्टेबल रमाशंकर ने उनसे मुकाबला किया और शहीद हो गया। आतंकवादी जेल में ओढ़ने के काम आने वाली चादर की मदद से दीवार फांदकर फरार हो गए थे।
इस वारदात के बाद सरकार और जेल प्रबंधन पर सवाल उठ गए थे। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने सरकार को आड़े हाथों लेते हुए कई तीखे सवाल किए थे। यदि इन आतंकवादियों को मार गिराया ना जाता तो ये सभी आने वाले दिनों में देश के लिए नासूर बन जाते। इनमें से एक स्लीपर सेल नेटवर्क बनाने में माहिर था।
एडीजी और डीआईजी जेल सस्पेंड
सिमी के आठ आतंकियों के भोपाल जेल से फरार होने के मामले में राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एडीजी जेल को हटा दिया है, साथ ही डीआईजी जेल को भी सस्पेंड कर दिया गया है। जेल ब्रेक पर सीएम हाउस पर सोमवार सुबह साढ़े दस बजे एक आपात बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के दौरान एडीजी जेल को हटाने और डीआईजी जेल को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया।
इसके पहले राज्य सरकार ने भोपाल जेल ब्रेक मामले को गंभीरता से लेते हुए प्रथम दृष्टया जेल अधीक्षक अखिलेश तोमर, जेलर विवेक परस्ते और आलोक वाजपेयी के अलावा मुख्य प्रहरी आनंदीलाल को भी निलंबित कर दिया था।