
जानकारी के अनुसार आज 1 अक्टूबर को एडीएम श्रीमती मंजूषा राय द्वारा कलेक्टर कार्यालय में वंदे मातरम कार्यक्रम को लेकर कर्मचारियों की बैठक ली जा रही थी। लगभग 12 बजे कर्मचारी जिला कलेक्टर कार्यालय में कार्यालय अधीक्षक लक्ष्मीचंद करवेती को एडीएम ने जमकर फटकार लगायी।सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में ही कार्यालय अधीक्षक बेहोश होकर नीचे गिर गये तो उसे तत्काल अस्पताल पहुचाए जाने की व्यवस्था की गई। पहले एक निजी अस्पताल में पहुंचाया गया। वहां से जिला अस्पताल लाया गया। जिसे गंभीर रूप से बेहोशी की हालत में आईसीयू में भर्ती कराया गया।
सूत्रों के मुताबिक एडीएम द्वारा कार्यालय अधीक्षक को दो दिन से फटकार लगायी जा रही हैं। एक दिन पहले भी कलेक्टर कार्यालय को आईएसओ प्रमाण पत्र दिलाये जाने को लेकर बैठक थी। जिसमें भी एडीएम ने लक्ष्मीचंद करवेती को जमकर फटकार लगायी थी। आज कर्मचारी को फटकार लगाने के साथ ही उसकी वेतन रोकने व निलंबित करने की धमकी दी गई थी। सभी कर्मचारियों की उपस्थिति में लगातार मिल रही फटकार से लक्ष्मीचंद का बीपी बढ़ गया और वह बेहोश हो गया।
इस मामले को लेकर कर्मचारियों में नाराजगी हैं। कर्मचारी संगठन के नेताओं ने इस मामले की निंदा करते हुये कहा कि प्रशासनिक अधिकारियों के रवैया से कर्मचारी हताश व निराश हैं। कार्यवाही की मांग करते हुये कहा गया कि एडीएम के खिलाफ कार्यवाही नहीं होती हैं तो कर्मचारी संगठन आंदोलन करने के लिये बाध्य होगा। हालांकि कर्मचारी की स्थिति को लेकर सिविल सर्जन ने कहा कि कर्मचारी को अटैक नहीं आया हैं बल्कि बीपी बढने के कारण वह बेहोश हो गया था। जिसे भर्ती कराया गया हैं। इस पूरे प्रकरण में एडीएम से चर्चा करने का प्रयास किया गया पर वह मीडिया के समक्ष नहीं आयी।