
जानकारी के अनुसार कोटा-भोपाल ट्रेन से नाबालिग अपने साथ एक छोटे बच्चे को लेकर सफर कर रही थी। इसी बीच टीटीई ने दोनों को बिना टिकट पकड़ लिया। जिसके बाद टीटीई ने दोनों को ट्रेन से नीचे उतार दिया। दोनों नाबालिग कोटा रेलवे स्टेशन से बूंदी-नीमच ट्रेन में बैठ कर बूंदी आ गए। इस बीच नाबालिग को अकेला देख दो युवक उसे बहला फुसलाकर एकांत जगह पर ले गए। फिर वहां से नाबालिग को पास के जंगलों में ले गए। जहां युवकों ने बंधक बनाकर बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
गैंगरेप के बाद जंगल में नाबालिग को छोड़ा
दोनों युवकों ने रेप करने के बाद अपने दो और दोस्तों को बुला लिया। फिर चारों ने मिलकर गैंगरेप किया और खून से लथपथ बदहवास लड़की को जंगल में ही छोड़कर चले गए। किसी तरह अपने आप को संभालते हुए पीड़िता सुबह आरपीएफ थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी।
पुलिस ने आरोपियों को ऐसे पकड़ा
पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए मामले की जानकारी उच्चधिकारियों को दी। इस पर कोटा जीआरपी एसपी ओमप्रकाश ने कोटा, बूंदी, सवाई माधोपुर, गंगानगर पुलिस की स्पेशल टीम बनाई और पीड़िता का मेडिकल कराया। रेप की पुष्टि होने पर पुलिस ने रेलवे कॉलनी सहित पीड़िता के साथ घटना स्थल का निरीक्षण किया। इसके बाद चारो आरोपियों को दबोच लिया, पूछताछ में चारो आरोपियों ने गैंगरेप करने की बात कबूल कर ली है। इन पर पॉक्सो एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस को घटना स्थल पर वारदात को अंजाम देने वाली सामग्री भी मिली है, जिसे पुलिस ने जब्त कर लिया है। आरोपियों को कोटा आरपीएफ पुलिस के सुपुर्द कर दिया है। इस मामले की स्वयं एसपी ओम प्रकाश जांच कर रहे हैं। वारदात के बाद से पीड़िता सदमे में है।