नई दिल्ली। दीपावली पर रेलवे के तत्काल और प्रीमियम टिकट के किराए में भारी इजाफा हो गया है। पैसेंजर्स को आम दिनों की तुलना में तीन से पांच गुना तक किराया चुकाना पड़ रहा है। हालत ये है कि कई जगहों के लिए ट्रेन के थर्ड एसी का किराया फ्लाइट के किराए से दोगुना तक हो गया है।
आम दिनों में जहां भोपाल से दिल्ली तक थर्ड एसी में नॉर्मल रिजर्वेशन टिकट 1045 था, वो ढाई हजार के करीब पहुंच चुका है। हालांकि, ये सभी सुविधा और स्पेशल ट्रेनें हैं। इनमें राजधानी, शताब्दी और दूरंतो एक्सप्रेस का किराया शामिल नहीं है।
ऐसे समझिए सामान्य और प्रीमियम टिकट किराए का गणित
अगर आप 28 अक्टूबर को दिल्ली से कोलकाता के लिए नॉर्मल एक्सप्रेस ट्रेन में थर्ड एसी का प्रीमियम टिकट चाहते हैं, तो इसके लिए आपको 7,185 रुपए और सेकंड एसी के लिए करीब 9 हजार रुपए चुकाने होंगे।
यह नॉर्मल किराए से 3-4 गुना ज्यादा है। जबकि सामान्य दिनों में विमान का किराया 3-5 हजार रुपए होता है।
इनकम बढ़ाने के लिए फ्लेक्सी फेयर का आइडिया फ्लॉप
सरकार ने रेलवे की कमाई बढ़ाने के लिए पिछले महीने शताब्दी, राजधानी और दुरंतो ट्रेनों में फ्लेक्सी फेयर सिस्टम लागू किया था। यानी जैसे-जैसे टिकट बुक होती हैं, किराया भी बढ़ जाता है। लेकिन यह आइडिया फ्लॉप साबित हो रहा है, क्योंकि इससे इन ट्रेनों के 90% यात्रियों को ज्यादा किराया देना पड़ रहा है। आखिरी वक्त में तो डेढ़ से दो गुना तक किराया देना पड़ता है। लिहाजा, 30-35% यात्री इन ट्रेनों के बजाए सामान्य किराए वाली ट्रेनों में सफर कर रहे हैं। सरकार 3 महीने बाद इसके फायदे-नुकसान का आकलन करेगी।
अक्टूबर के 10 दिनों में घटी ट्रेनों की आय
अक्टूबर के 10 दिनों में लंबी दूरी की ट्रेनों से आय 7.48% घटी। अक्टूबर के पहले दस दिनों में रेल यात्रियों से आमदनी 1220.44 करोड़ रुपए से घटकर 1179.68 करोड़ रुपए रह गई है। इस दौरान यात्री संख्या 23.34 करोड़ से घटकर 21.87 करोड़ रह गई है।