राजेश शुक्ला/अनूपपुर। संसदीय उपचुनाव के लिए तयशुदा कार्यक्रम से अलग भाजपा प्रत्याशी ज्ञान सिंह ने शुक्रवार की दोपहर अचानक अनूपपुर पहुंचकर अपना नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। आनन-फानन किए गए इस कार्यक्रम से स्थानीय मीडिया और पार्टी के कार्यकर्ताओं को भी जानकारी नहीं दी गई। बताया जा रहा है कि ज्ञान सिंह को डर था कि कहीं 2 नवम्बर से पहले कैंडिडेट बदल ना जाए, इसलिए उन्होंने गुपचुप पर्चा दाखिल करने की रणनीति अपनाई।
बता दें कि गुरूवार 27 अक्टूबर को भाजपा ने ज्ञान सिंह को अपना अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया। भाजपा की ओर से जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार ज्ञान सिंह का नामांकन पत्र 2 नवम्बर को भरा जाना है। इसके लिए भाजपा में तैयारियां भी चल रहीं हैं। ऐलान किया गया है कि पर्चा दाखिले के समय मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष नंद कुमार सिंह चौहान, गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह समेत कई दिग्गज शामिल होंगे। रैली और सभा में 50 हजार से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ता शामिल होंगें।
2 नवम्बर से पहले बदल सकता है टिकट
भाजपा द्वारा विगत तीन माह से प्रत्याशी चयन को लेकर सर्वे कराया जा रहा था जिसमें जयसिंह मराबी, सुदामा सिंह, नरेंद्र मराबी, ज्ञान सिंह, रज्जू सिंह नेताम, हीरा सिंह श्याम का नाम जोरों पर चल रहा था लेकिन भाजपा द्वारा सभी नामों को दरकिनार कर मंत्री ज्ञान सिंह को अपना प्रत्याशी घोषित कर दिया। इसके बाद जो विरोधी की आंधी शुरू हुई तो राजधानी तक कुछ दिग्गजों के सिंहासन हिल गए हैं। शीर्ष पर विराजे नेताओं को चिंता इस बात की है कि यदि स्थानीय कद्दावर नेताओं ने कदम पीछे खींच लिए तो जीत असंभव हो जाएगी। खींचतान अब भी जारी है, 2 नवम्बर से पहले फैसला बदल भी सकता है।