धनतेरस को किस वक्त करें खरीददारी यहां पढ़िए

भोपाल। यूं तो धनतेरस के पूरे दिन बाजार सजे रहते हैं और खरीददारी भी होती है परंतु एक समय ऐसा भी आता जब यदि आप उचित वस्तु की खरीददारी करें तो शुभ और लाभ दोनों प्राप्त होते हैं। घर में धन दौलत का स्थाई निवास हो जाता है। 

इस बार धनतेरस शुक्रवार को है। पंडितों के अनुसार इस वार पर वैभव लक्ष्मी का आधिपत्य है। भगवान कुबेर का भी इसी दिन प्रकटोत्सव है। इस दिन अमृत योग व शिव चतुर्दशी का संयोग भी रहेगा। कुछ कारोबारियों की दक्षिणा प्राप्त पंडित आपको काफी तरह की चीजों की खरीददारी के लिए प्रेरित करने का प्रयास करते हैं परंतु इस दिन मात्र धातु का क्रय ही शुभ माना जाता है। 

भूमि, भवन, वाहन या विलासिता की दूसरी वस्तुएं खरीदना इस दिन प्रतिबंधित नहीं है लेकिन वह आपके सौभाग्य के लिए नहीं होगा। एक सामान्य खरीददारी ही कहलाएगी। धन त्रयोदशी के दिन मूलत: धातु के कलश खरीदने का विधान है। धातुओं में भी आप सोना, पीतल या तांबा इत्यादि ही क्रय करें। चांदी या दूसरी मिलावट वाली धातुओं का क्रय ना करें। कम से कम एक छोटा सा कलश जरूर खरीदें। 

किस समय खरीदें
यदि लाभ-शुभ व अमृत के चौघड़िया के अलावा स्थिर लग्न वृश्चिक, वृषभ, सिंह और कुंभ लग्न में वस्तुएं खरीदी जाएं तो वे अधिक समय तक रहती हैं। भगवान कुबेर का प्राकट्य प्रदोषकाल में हुआ था। प्रदोषकाल सूर्यास्त के बाद 2 घंटे 24 मिनट तक मान्य रहता है। 

चौघड़ियां- सुबह 6 से 10.30 तक क्रमश: चर, लाभ व अमृत योग बन रहा है। यह खरीददारी के लिए शुभ है परंतु आपको पहले से तय करना होगा कि आप जिस दुकान से क्रय करना चाहते हैं वो इस समय तक खुल जाए। 
दोपहर 12,00 से 1.30 तक खरीददारी शुभ रहेगी। 
रात 9.00 से 10.30 तक की गई खरीददारी लाभदायक होगी।
रात 10.30 से 12.00 तक की खरीददारी शुभ रहेगी। 
दिन भर के शेष सभी मुहूर्त या लग्न सामान्य है। इसका धनत्रयोदशी से कोई संबंध नहीं है। 
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